e साहित्य आजतक के मंच पर मशहूर स्क्रीनराइटर, लेखक और डायरेक्टर नीरज पांडे ने शिरकत की. नीरज पांडे अपनी क्राइम फिल्मों को लेकर तो चर्चा में रहते ही हैं साथ ही वे हाल ही में 2001 में हुए संसद हमले पर अपनी वेबसीरीज स्पेशल ऑप्स से भी चर्चा बटोरने में कामयाब रहे हैं. बता दें कि संसद हमले में मौजूद पांच आतंकियों को उसी समय मार गिराया गया था लेकिन नीरज की इस वेबसीरीज के मुताबिक इन हमलों में एक और शख्स शामिल था जो इस घटना का मास्टरमाइंड था. नीरज ने सीनियर एक्जक्यूटिव ए़डिटर और क्राइम हेड शम्स ताहिर खान से इस छठे किरदार के बारे में बात की.
रिसर्च से सामने आई कई चौंकाने वाली बातें: नीरज पांडे
नीरज ने कहा कि ये सीरीज दरअसल फिक्शन है लेकिन इस सीरीज का बैकड्रॉप असली घटना यानि 2001 के संसद हमले पर आधारित है. हमने इस सीरीज को शुरु करने से पहले काफी रिसर्च की थी. जब मैं अपनी फिल्म बेबी के लिए रिसर्च कर रहा था, उस समय मैंने संसद हमले के बारे में डिटेल में पढ़ा था. उस दौरान एक ऑफिसर था जो संसद हमले के इंवेस्टिगेशन में शामिल था.
नीरज ने आगे कहा कि इस ऑफिसर का मानना था कि इस हमले में सिर्फ पांच आतंकी शामिल नहीं थे बल्कि उससे कहीं ज्यादा थे. ये बात मेरे दिमाग में घर कर गई थी और धीरे-धीरे इस बात ने एक आइडिया की शक्ल लेनी शुरु कर दी थी. पिछले सात-आठ महीनों में जितना हमें दिखाया जा रहा है, बात उससे कहीं ज्यादा बड़ी है मसलन देविंदर सिंह का केस देख लीजिए. तो उस फिक्शनल थ्योरी के साथ दिमाग में ये विचार बना रहा. यूएई के नंबर्स सामने आए और फिर इस फिक्शन को स्क्रिप्ट में तब्दील कर दिया गया. इस सबका बेस और बैकड्रॉप संसद की घटना थी और इसके अलावा हमने सारी चीजों को फिक्शन ही रखा.