इस खास कार्यक्रम में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने कहा कि अपराध में गिरावट आई है. लेकिन यह आधा सही है. लॉकडाउन के बाद चीजों को देखना होगा. बहुत सारे लोग घरों में हैं, इसलिए अपराध कम हैं. लेकिन लॉकडाउन के बाद चुनौती बढ़ेगी. पीपीई किट में पुलिस के जवानों को काम करना होगा वरना पुलिस के जवान भी संक्रमण का शिकार हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि कोरोना ने न सिर्फ अपराधों को बदला है बल्कि इसने सामाजिक स्थिति को भी बदला है. लोग एक-दूसरे को लेकर आशंकित हैं. इस आपातकाल में अपराधों की प्रकृति भी बदली है. 60-70 फीसदी साइबर क्राइम बढ़ा है.
उन्होंने कहा कि शहरों में सामान्य स्थिति में भी पुलिस मास्क बांधने वालों को चेक करती है. लेकिन अब सब मास्क बांधने लगे हैं इसलिए चुनौतियां बढ़ी हैं. बहुत से अपराधी बेल पर बाहर आए हैं. लिहाजा आने वाले समय में चुनौती बढ़ेगा.
कोरोना को लेकर भय के माहौल से बाहर आना है. इस आपातकाल में पुलिस की भूमिका निखरकर आई है. इस वक्त में पुलिस की छवि अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर है.
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वहीं, आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि यूपी पुलिस की बड़ी जिम्मेदारी थी. यूपी होकर बिहार, बंगाल और झारखंड के मजदूरों गए. हमने अपने कर्तव्य का बखूबी निभाया. आपसी समन्वय के साथ काम किया. स्थिति नियंत्रण में हैं. आगे भी हमारा प्रयास ऐसे ही जारी रहेगा.