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अयोध्या में मिले प्रमाणों पर बोले रामायण के सीता लक्ष्मण, राम मंदिर था तभी तो चीजें मिलीं

सुनील लहरी ने कहा कि ऐसा करने से ये यकीन करने लायक चीजें हो जाएंगी और सिर्फ मिथ नहीं रहेगा. सुनील ने कहा कि अगर इस तरह की चीजें मिल रही हैं तो जाहिर तौर पर एक म्यूजियम ऐसा बनाया जाना चाहिए.

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दीपिका चिखलिया
दीपिका चिखलिया

लॉकडाउन के दौरान तकनीक की मदद से साहित्य आज तक का मंच इस साल भी सजा दिया गया है. शुक्रवार को ई-साहित्य आज तक के मंच पर रामायण में सीता और लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले दीपिका चिखलिया और सुनील लहरी ने तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी. मीनाक्षी कांडवाल के साथ बातचीत में जब रामायण की इन सितारों से अयोध्या में मिल रही पुरातन चीजों के बारे में बात की गई तो उन्होंने इसके बारे में अपना मत रखा.

रामानंद सागर की रामायण में सीता का किरदार निभा चुकीं दीपिका चिखलिया ने कहा कि उन्हें लगता है कि अयोध्या में मिल रही इन चीजों को एक म्यूजियम में रखवाया जाना चाहिए ताकि लोग उन्हें मायथोलॉजी न कहकर हिस्ट्री कहना शुरू करें. क्योंकि अगर खंडहर मिले हैं और इस तरह की चीजें मिली हैं तो हमें इसका खास ख्याल रखने की जरूरत है. दीपिका ने कहा कि ये म्यूजियम प्रॉपर्टी है और इसे हमें म्यूजियम में अच्छे से रखना चाहिए.

इस बारे में सुनील लहरी ने कहा कि ऐसा करने से ये यकीन करने लायक चीजें हो जाएंगी और सिर्फ मिथ नहीं रहेगा. सुनील ने कहा कि अगर इस तरह की चीजें मिल रही हैं तो जाहिर तौर पर एक म्यूजियम ऐसा बनाया जाना चाहिए. सुनील ने कहा कि ये जो चीजें मिल रही हैं ये अपने आप में ये बात साबित करती हैं कि भले ही 100-200 या 500 साल पहले रहा होगा लेकिन वहां पर जरूर ही राम मंदिर रहा होगा. जाहिर है तभी ये फैक्ट मिल रहे हैं वरना ये फैक्ट नहीं मिलते.

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प्रोडक्शन क्वालिटी तब की बेस्ट थी

दीपिका चिखलिया ने रामायण की प्रोडक्शन क्वालिटी को लेकर भी ई-साहित्य आज तक में बात की. उन्होंने कहा कि हमारे पास तब की बेस्ट तकनीक थी लेकिन तकनीक लगातार बदलती और बढ़ती रहती है. दीपिका चिखलिया ने ये भी बताया कि रामायण के बाद उन्हें बिकिनी में फोटोशूट करने के और अन्य कई तरह के ऑफर आते थे जो रामायण की सीता की छवि तोड़ कर आगे बढ़ने की बात कहते थे लेकिन उन्होंने इन्हें कभी स्वीकार नहीं किया.

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