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स्वस्थ जीवन ही असली खूबसूरती: गुल पनाग

शानदार फिटनेस और बेहतरीन लुक की मलिका गुल पनाग की साइज ज़ीरो नहीं स्वस्थ जीवन है प्राथमिकता.

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गुल पनाग
गुल पनाग

उन्हें फिल्मों में अलग किस्म की भूमिकाएं निभाने के लिए जाना जाता है. रीवर राफ्टिंग, रॉक कलाइंबिंग और ट्रैकिंग सरीखे एडवेंचर स्‍पोर्ट्स उनकी पसंद में शुमार हैं, रोज दौड़ना उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है, घूमने-फिरने का जरबदस्त शौक है और पढ़ने की बेहद शौकीन. यही नहीं, 10 साल की उम्र से वे घुड़सवारी करती आ रहीं हैं और आज भी उनका यह शौक बदस्तूर जारी है. कुछ ऐसी हैं, गुल पनाग. एक सुलझी हुई अदाकारा के तौर पर पहचाने जाने वाली गुल बता रही हैं, अपनी सेहत और सौंदर्य से जुड़े कुछ खास राज:

दौडऩा ही है मूल मंत्र
मैं 14-15 साल की उम्र से ही रोज दौड़ती हूं. मुझे दौड़ लगाना अच्छा लगता है. वैसे भी मेरे परिवार का संबंध आर्मी से रहा है तो हमारे घर में एक्सरसाइज सभी की दिनचर्या में रची-बसी थी. मैं रोजाना अपने हिसाब से एक्सरसाइज करती हूं. लेकिन इसके पीछे मेरा उद्देश्य साइज ज़ीरो पाना नहीं बल्कि शरीर और मन को स्वस्थ बनाना रहता है. इसलिए मैं फिटनेस और स्वस्थ तन-मन के लिए रोजाना कुछ न कुछ करती हूं, जिसमें जिम जाना भी शामिल है.

संयमित भोजन
जहां तक खान-पान का सवाल है, तो मैं सुबह चाय और बिस्किट लेती हूं, उसके बाद अंडा-ब्रेड खाती हूं. दोपहर में अक्सर, सब्जी-दाल, चपाती लेती हूं और शाम को चाय के साथ बिस्किट या फल खाना पसंद करती हूं. रात को भी अक्सर दाल-सब्जी ही खाती हूं. खाना मुझे अधिक वही भाता है, जो आसानी से पच सके. अगर फलों की बात करें तो मेरी पहली पसंद सेब और संतरे हैं. दिन में ज्यादा से ज्यादा पानी पीने पर जोर दिया जाता है, मैं शूटिंग्‍स के दौरान काफी पानी पी लेती हूं. लेकिन अक्सर पानी तभी पीती हूं, जब मुझे प्यास लगती है.

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चेहरा कम धोएं
मेरी त्वचा की बात है तो मुझे लगता है यह जेनेटिकली ही ऐसी है क्योंकि मेरी दादी की त्वचा आज भी शीशे जैसी दमकती है. लेकिन मैं अपनी त्वचा की देखभाल के लिए जो सबसे जरूरी काम करती हूं, वह है कम से कम मुंह धोना क्योंकि बार-बार मुंह धोने से चेहरे के सारे नेचुरल ऑयल निकल जाते हैं. इसलिए चेहरा कम धोना चाहिए. मैं रात को फॉरेस्ट एसेंशियल के फेशियल ऑयल की मसाज भी जरूर करती हूं.

तनाव टिक नहीं पाता
जहां तक बात तनाव दूर भगाने की है तो जैसे ही मेरा डॉगी मेरे सामने आता है, मेरा सारा तनाव दूर हो जाता है. अगर मैं थोड़ी देर अपना हाथ उसके सिर पर फेर लूं, तो फिर किसी तरह के तनाव का तो सवाल ही पैदा नहीं होता. इस बात को तो डॉक्टरों ने भी माना है. घर पर हम दोनों साथ बैठकर टीवी देखते हैं, और कभी उसे शूटिंग पर ले जाती हूं तो वहां भी हम दोनों काफी मस्ती करते हैं.

बिंदास अंदाज
मैं इस बात पर कतई ध्यान नहीं देती कि मेरे किसी कदम के बारे में कोई दूसरा क्या सोचेगा. मेरा मानना है कि जो जैसा करता है, उसे वैसा ही मिलता है. इसलिए किसी बात को लेकर परेशान होना या न होना आपके हाथ में है. मैं पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपना काम करने में यकीन करती हूं. फिर अगर कोई कुछ बोले तो मैं उसकी परवाह नहीं करती. मुझे लगता है कि अगर बुरा सोचेंगे तो कुछ अच्छा होने के बजाए और बुरा हो जाएगा, इसलिए नेगेटिव ख्यालों को मैं अपने ऊपर हावी नहीं होने देती. हमेशा खुश रहने का प्रयास करती रहें.

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