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DANGAL पर बोले चीनी, सपनों को बच्चियों पर लादने वाले बाप की कहानी है

यूं तो दंगल चीन में हिट हो गई है, पर इसके एक पक्ष को लेकर चीनी मीडिया में बहस छिड़ी है, आप भी जानिए क्‍या है ये...

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दंगल में आमिर खान
दंगल में आमिर खान

आमिर खान की फिल्‍म 'दंगल' चीन में सफलता के झंडे गाड़ चुकी है. पर वहां की मीडिया में फिल्‍म के एक और पक्ष को लेकर बहस छिड़ गई है. ये पक्ष है इस फिल्‍म में ऐसे पिता के किरदार का, जिसे चीन की फेमिनिस्‍ट बर्दाश्‍त नहीं कर पा रही हैं.

खबरों के मुताबिक, आमिर खान की इस फिल्‍म को लेकर चीन में 'पुरुष प्रधान' होने की बहस की जा रही है. वहां के अखबार nationalistic Global Times ने एक दर्शक के हवाले से लिखा है, 'पिता के विचारों से मुझे उल्‍टी आ रही है, वो अपनी बच्चियों को एक खास तरह का जीवन जीने को मजबूर करता है जो उसके सपनों से जड़ा है. वो उन्‍हें चैंपियन बनाना चाहता है'.

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एक अन्‍य ने कहा है, 'यह फिल्‍म पुरुष प्रधान है. बेटियों के पास कुछ भी चुनने का अधिकार नहीं है और उन्‍हें बलपूर्वक चैंपियंस की दुनिया में झोंक दिया जाता है.'

पूरी बहस इसी बात के इर्द-गिर्द है कि बच्चियों को अपने पिता के सपनों को मुकाम देने के लिए जीवन जीने को मजबूर किया जाता दिखाया गया है.

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मशहूर मूवी criticism app में से एक Dushe Dianying ने कहा है, 'हम ये नहीं कह रहे हैं कि महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आगे नहीं आ सकतीं, बल्कि केवल ये कहना चाहते हैं कि फेमिनिस्‍ट स्‍लोगंस और सच्‍चाई में फर्क है.' ये बहस ऑनलाइन भी छिड़ गई है, हालांकि इनमें कई लोग ऐसे भी हैं जो आमिर खान के पिता के किरदार को खूब पसंद कर रहे हैं.

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