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उन्‍हें बनाईए अपना दिवाना...

क्‍या आप अपने ब्‍वायफ्रेंड को अपना दिवाना बनाना चाहती हैं. दिवाना भी कुछ इस तरह की वह आपके सिवाय कुछ और सच ही न पाएं, तो मोहतरमा पहले आपको उनकी नजर में अपनी छवि को सवांरना होगा.

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क्‍या आप अपने ब्‍वायफ्रेंड को अपना दिवाना बनाना चाहती हैं. दिवाना भी कुछ इस तरह की वह आपके सिवाय कुछ और सच ही न पाएं, तो मोहतरमा पहले आपको उनकी नजर में अपनी छवि को सवांरना होगा. हो सकता है कि बिना मेहतन के ही आप उन्‍हें भा जाएं और हां, हो यह भी सकता है कि आपको इसके लिए खूब पापड बेलने पडें. लेकिन अगर आप चाहती है कि वह बहुत ही कम समय में आपको पसंद करने लगें, तो इसके लिए आपको अतिरिक्‍त मेहतन करने की जरूरत नहीं है. आपके भीतर ही कुछ ऐसी बातें हैं, जिनसे आप उनके सपनों की रानी बनकर रह सकती हैं. जानना चाहेंगी कौन सी हैं वह बातें...

माना कि उनका स्‍पर्श आकपो बेकाबु कर देता है. उनका स्‍पर्श पाने के बाद आप बस उनकी बाहों में घुल जाना चाहती है, लेकिन मोहतरमा, भूल कर भी पहली डेट पर जज्‍बाती होकर संबंध न बना बैठें. क्‍योंकि इससे आप उनकी खास दोस्‍तों में शामिल होने के बाजए ‘वन नाइट स्‍टेड रिलेशन’ की लिस्‍ट में शामिल हो सकती हैं.

हर व्‍यक्ति की अपनी अगल सोच और पहचान होती है. कोई भी किसी नकलची या बिना सोच वाले व्‍यक्ति के साथ जीवन बिताना पसंद नहीं करेगा. इसलिए कभी भी खुद को उनके मुताबिक ढालने की भूल न करें. अगर आपने खुद को उनके अनुसार बदल दिया, तो आपकी शख्‍सीयत उन्‍हें प्रभावित ही नहीं कर पाएगी. क्‍योंकि आपका असली चेहरा तो उनके सामने आएगा ही नहीं.

आप दोनों को मिलते हुए भले ही जमाना गुजर गया हो, लेकिन अपनी हर मुलाकात का पहली मुलाकात की ही तरह से आनंद उठाएं, ताकि आपके साथी को यह महसूस न हो कि आप उनके साथ को इंज्‍वाय नहीं करतीं. {mospagebreak}

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डेटिंग के शुरुआती दिनों में अपने दोस्‍तों को उतना ही टाइम और तवज्‍जोह दें, जिनकी आप अपने पार्टनर को देती हैं.

उनकी बातें आपको ठेस पहुंचाती हैं, तो भी रिश्‍ता खत्‍म करने या बदलाव जैसी बातों को मन में न लाएं. दरअसल, जब महिलाएं दिल से सोचने लगती हैं, तो वे बातों को दिल पर से लगा लेती हैं. लेकिन शुरुआती दौर में जरा सा इंतजार बेहतर विकल्‍प है. कम से कम तीन महीने में तो आप उनसे छोटी छोटी बातों पर नाराज नहीं हो सकती.

दो अगल अलग लोगों की पसंद भी अलग हो सकती है, इसलिए अगर आपको उनकी कोईं चीज या बात पसंद नहीं है, तो चुप रहने के बजाए यह बा‍त उन्‍हें बताएं. हो सकता है कि वह अपनी उस कमी से वाकिफ ही न हों और आपके अवगत कराने पर उसमें सुधार कर लें.

आप उन्‍हें अपना दिल दे चुकी हैं और उनके साथ जीवन भर रहने का इराता बना चुकी हैं, तो अब वक्‍त आ गया है कि आप उनसे वादे करने लगें. अगर वह वादे करने से बचते हैं, तो उन्‍हें ऐसे जोड़ों का उदाहरण दें, जिनसे वह मिले हुए हैं और जो एकदूसरे के साथ खुश हैं. यकीन मानिए इसके बाद वह सहजता से आपके साथ वादों की डोर में बंध सकेंगे.

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