एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि अवसाद के लक्षण घटाने में नियमित व्यायाम कारगर नहीं होता.
यह दावा हाल ही में जारी चिकित्सकीय दिशा-निर्देशों से उलट है, जिसमें मानसिक बीमारी से उबरने के लिए अधिक शारीरिक गतिविधियों की सिफारिश की गई है.
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि शारीरिक गतिविधियों से अवसाद के लक्षण कम नहीं होते.
ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी और एक्सीटर यूनिवर्सिटी के दल ने अध्ययन के लिए 18 साल से 69 साल की उम्र के 361 मरीजों का चयन किया, जिनके अवसादग्रस्त होने का पता चले अधिक समय नहीं हुआ था.
मरीजों को दो समूहों में रखा गया. एक समूह ने शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान दिया, जबकि दूसरे समूह की सामान्य तरीके से देखभाल की गई. कुल 12 माह बाद दोनों समूहों में आए बदलाव का आकलन किया गया.
डेली टेलीग्राफ की खबर के अनुसार, दल ने पाया कि व्यायाम अवसाद के लक्षण घटाने में उतना कारगर नहीं रहा, जितनी प्रभावी सामान्य देखभाल साबित हुई.