ब्रिटेन के सांख्यिकी कार्यालय का एक बयान चर्चा का विषय बन गया है. कार्यालय ने कहा कि गोरे लोगों की तुलना में भारतीयों, बांग्लादेशियों, पाकिस्तानियों और अश्वेत लोगों की कोरोना वायरस से मरने की ज्यादा संभावना है. यह संभावना एडजस्टेड मॉडल को ध्यान में रखकर जताई गई है. इस मॉडल में किसी देश की विशिष्ट संस्कृति को ध्यान में रखकर आंकड़े तैयार किए जाते हैं.