डिब्रोह से पूछा गया था कि क्या ऐसिम्प्टमैटिक (बिना लक्षण वाले) लोग ही इस वायरस को फैलाने के जिम्मेदार हैं. जवाब में डिब्रोह ने कहा, 'वास्तव में आप नहीं जानते हैं कि कितने लोग ऐसिम्प्टमैटिक हैं और इस वायरस को फैला रहे हैं, इससे बेहतर है कि लोग इस खतरनाक बीमारी को गंभीरता से लें.