Majedar Chutkule: स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए, टेंशन फ्री रहने के लिए हंसना खिलखिलाना बेहद जरूरी है. हंसते खिलखिलाते रहने से मानसिक तनाव दूर होता है. साथ ही मूड भी फ्रेश रहता है. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का सिलसिला..
टीचर- बताओ दुर्भाग्य और दुर्दशा में क्या फर्क है?
बच्चा- सर अगर इस स्कूल में आग लग जाए.
तो स्कूल की हालत खराब हो जाएगी.
इसे कहते है “दुर्दशा”.
और इतनी आग लगने पर भी आप जिंदा बच गए तो…
ये होगा हमारा “दुर्भाग्य”
फिर क्या... छात्र की हुई जोरदार कुटाई.
पत्नी- तु्म्हारे घर में मुझे एक भी मच्छर नहीं काटता.
पति- ये तो अच्छी बात है.
साली- दीदी मच्छरों ने कहा अब तो जीजाजी आपका खून पिएंगे इसीलिए उन्होंने छुट्टी लेली.
एक आदमी ने महिला को साइकिल से टक्कर मार दी.
महिला गुस्से से- ब्रेक नहीं मार सकता था.
आदमी- पूरी साइकिल मार दी...अब ब्रेक क्या अलग से मारूं.
गोलू- यार तू कॉलेज जाए तो मेरा रिजल्ट देख आना और हां अगर मेरे मम्मी-पापा बैठे हो तो उनके सामने मेरे फेल होने के बारे में सीधे मत बताना.
अगर एक सब्जेक्ट में फेल हूं तो जय श्री राम बोलना, दो में हो जाऊं तो जय श्री कृष्ण बोलना और अगर तीन सबजेक्ट में फेल हो जाऊं तो ब्रह्मा, विष्णु, महेश बोलना.
मोलू- रिजल्ट देखकर वापस आता है और बोलता हैं- बोल सांचे दरबार की जय.
पत्नी- अजी सुनते हो मेरी बेटी परीक्षा में पूरे 99 नंबर लाई है.
पति- और बाकी का एक नंबर कहां है?
पत्नी- वो आपका बेटा लाया है.
पड़ोसन पांच मिनट से हाथ हिला रही थी, तो
गटरू ने भी हाथ हिलाया और हाय किया...
तभी पीछे से बीवी ने पीठ पर जोरदार थाप मारी और बोली -
सामने वाली तुम्हें हाय नहीं कर रही है,
अपनी खिड़की का कांच साफ कर रही है.
डॉक्टर - क्या परेशानी है?
मरीज चिल्लाते हुए बोला- मैं क्यों बताऊं? तुम देखो मुझे क्या बीमारी है?
डॉक्टर तुम हो कि मैं?
डॉक्टर (नर्स से) - इसको ऑपरेशन थियेटर में ले जाओ और
दाहिना वाला फेफड़ा और किडनी दोनों निकाल लो,
सड़ गई हैं दोनों.
मरीज (घबराकर) - तुम पागल हो क्या?
मेरी तो टांग में दर्द है.
डॉक्टर - चुपचाप बैठ, डॉक्टर तू है कि मैं.
शक करने की भी हद होती है यारों.
टिल्लू ऑफिस से आया और पड़ोसन मायके से आई.
दोनों को अपार्टमेंट की सीढ़ी चढ़ते देख पत्नी बोली-
स्टेशन लेने गए थे क्या?
एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है.
कि कभी-कभी चुप भी रहा करो.
मगर एक बुद्धिमान पति कहता है कि
तुम्हारे लब जब खामोश रहते हैं तो चेहरा बेहद हसीन लगता है.
चंपक की पत्नी गुस्सा होकर मायके चली जाती है.
चंपक अपनी ससुराल में फोन करता है,
उधर से सास की आवाज आती है, कितना बार कहा है तुमसे अब वो तुम्हारे घर नहीं आएगी
तो क्यों बार-बार फोन करते हो यहां.
चंपक- कुछ नहीं बस सुनकर अच्छा लगता है...
सास ठीक है फिर कल से मैं भी साथ में आ जाती हूं एक महीने के लिए
चंपक लाल बेहोश.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)