Desi Viral Jokes: हंसना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. ऐसे में मजेदार जोक्स और चुटकुले माहौल को खुशनुमा बनाने में मददगार होते हैं. आज फिर हम आपके लिए लेकर आए हैं हंसाने-मुस्कुराने और ठहाके लगाने वाले वायरल चुटकुले.
जीजा- साली पार्टी में जाते हैं
साली आज तो स्टेज पर आग लगा देंगे
जीजा- अरे, मैं माचिस लाना भूल गया
साली- अरे, मैं डांस की बात कर रही हूं
जीजा, हां लेकिन तुम्हारे डांस करने पर लोग स्टेज को ही आग लगा देंगे
साली- जीजा जी क्या आप मेरे लिए शेर को मार के ला सकते हो?
जीजा- नो साली जी, कुछ और बताओ। मैं तुम्हारे लिए और कुछ भी कर सकता हूं..
साली- क्या मैं तुम्हारा फेसबुक चेक कर सकती हूं
जीजा- कहां है वो शेर जिसके बारे में तुम बात कर रही थी?
साली- सुनो मुझे अलादीन का चिराग मिला है
जीजा- वाह उससे क्या मांगा?
साली- मैंने पहली बार आपके लिए कुछ मांगा और
कहा कि वह आपके दिमाग को 10 गुना और बढ़ा दे
पर उसकी जरूरत तो आपकी दी को है
डॉक्टर मरीज से- अगर तुम मेरी दवा से ठीक हो गए तो मुझे क्या इनाम दोगे?
मरीज- साहब मैं तो बहुत गरीब आदमी हूं कब्र खोदता हूं...
आपकी फ्री में खोद दूंगा.
साली जी बड़ी ध्यान से बुक पढ़ रही थी
जीजा जी- कौन सी किताब पढ़ रही हैं साली जी?
साली- लड़कियों का पालन पोषण कैसे करें
जीजा- क्यों क्या हुआ?
साली- मैं जानना चाहती हूं कि
मेरा पालन-पोषण सही से हो रहा है या नहीं
अकबर- बीरबल मुझे बताओ, अपने स्टाफ में सबसे ज्यादा काम करने वाले को कैसे पहचानोगे ?
बीरबल - महाराज मैं सबको बुला लेता हूं ,फिर बताता हूं...
बीरबल सबको बुलाता है और एक का हाथ पकड़ के कहता है- महाराज यही है वो !
अकबर - तुमने कैसे पहचाना इसको ?
बीरबल - महाराज ! मैंने इसका मोबाइल चेक किया है अभी इसके मोबाइल कि बैटरी 98 % है...
पति (मरते समय अपनी बीवी से)- अलमारी से तेरे सोने के गहने मैंने ही चोरी किए थे
बीवी रोते हुए- कोई बात नहीं जी
पति- तेरे भाई ने तुझे जो एक लाख रुपये दिए थे वह भी मैंने ही गायब किए थे
पत्नी- कोई बात नहीं मैंने आपको माफ किया
पति- तेरे कीमती साड़ियां भी मैंने चोरी कर अपनी प्रेमिका को दे दिए थे
पत्नी- कोई बात नहीं जी, आपको जहर भी तो मैंने ही दिया था हो गई बात बराबर
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)