लाइफ में हंसते-मुस्कुराते रहना जरूरी है, इससे मूड और माइंड दोनों फ्रेश रहते हैं. साथ ही मानसिक तनाव दूर होने से सेहत भी अच्छी रहती है. हम आपके लिए लेकर आए हैं जोक्स का खजाना, जिन्हें पढ़कर आपके चेहरे पर आ जाएगी मुस्कान.
संजू ऑटो में सफर कर रहा था,
ऑटो वाला- 30 रुपये हुए साहब.
संजू ने उसे 15 रुपये दिये.
ऑटो वाला- ये तो आधा है साहब.
संजू- हां तो, तू भी तो बैठ के आया है.
आधा तू दे.
एक जमाना था जब प्यार में लोग अमर होते थे.
फिर समय आया लोग प्यार में अंधे हो जाते थे.
अब तो समय वो है जब प्यार में लोग तोतले हो जाते हैं.
'अले मेला बाबू... गुच्छा हो गया'.
टीचर- तुम परिंदों के बारे में सब जानते हो ?
मंटू- हां
टीचर- अच्छा ये बताओ कौन सा परिंदा उड़ नहीं सकता?
मंटू- मरा हुआ परिंदा... भाग पागल कहीं का...
एक बार एक परीक्षा में प्रश्न था कि 'चुनौती किसे कहते हैं?'
तो छात्र ने सारे पेपर को खाली छोड़कर
आखिरी पेज पर लिखा- अगर असली मास्टर हो तो पास करके दिखाओ...
पंटू ने कंडक्टर से पूछा- आप कितने घंटे बस में रहते हो?
कंडक्टर- जी 24 घंटे.
पंटू- वो कैसे?
कंडक्टर- देखिए, 8 घंटे तो सिटी बस में रहता हूं और बाकी के 16 घंटे बीवी के बस में रहता हूं.
बीवी- सुनो जी, जब हमारी नई-नई शादी हुई थी...
जब मैं खाना बना कर लाती थी तो तुम खुद कम खाते थे, मुझे ज्यादा खिलाते थे.
पति- तो?
बीवी- तो अब ऐसा क्यों नहीं करते हो?
पति- क्योंकि अब तुम अच्छा खाना बनाना सीख गई हो.
बीवी बेहोश..
एक पागल बाल कटवाने गया...वहां खुद को आईने में देखकर सोचने लगा... यार इसको कहीं देखा है...
काफी देर टेंशन में सोचते-सोचते...
वो बोला- धत्त तेरी की ये तो वही है जो उस दिन मेरे साथ बाल कटवा रहा था.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)