कार्यकर्ताओं से बात करते हुए प्रोफेसर आनंद कुमार की आंखे भर आई. मंच पर मौजूद नेताओं ने उन्हें घेर लिया. एनई की बैठक से पहले प्रोफेसर आनंद कुमार दोनों गुटों के बीच सुलह और मध्यस्थता के लिए बेहद सक्रिय रहे थे.