जिस दौर में बीजेपी के खाते में सियासी पूंजी के नाम पर शून्य था, उसको सत्ता के शिखर तक पहुंचाने की चुनौती को कामयाबी में बदला अटल जी ने. आडवाणी के साथ मिलकर उन्होंने भारतीय राजनीति में बीजेपी का सिक्का चमका दिया. बीजेपी बदली. पार्टी का दफ्तर बदला. और जब महाप्रयाण पर अटल जी निकले तो प्रशंसकों-समर्थकों के दर्शन के लिए उनका शव बीजेपी दफ्तर में रखा गया.अटलजी को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां क्लिक करें