दिल दहला देने वाली हैवानियत, कलेजा कांप उठे,  ऐसी क्रूरता. उड़ीसा की ट्रेनों के लिए ये हर दूसरे दिन की कहानी है. क्या आप यकीन करेंगे कोई टीटीई, झाड़ू लगाने वाले बच्चे को इसिलए ट्रेन से फेंक देता है, क्योंकि उसने 50 रुपये देने से मना कर दिया.