सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल चलो का नारा दिया लेकिन जब बच्चों को मुफ्त किताबें बांटने की बात आई तो अधिकारियों ने अपनी जेब गरम कर ली. कई क्विंटल किताबें कबाड़ीवाले को रद्दी में बेच दी गईं और जो नहीं बिकीं उसे खुले मैदान में जला डाला.