हरियाणा में जन्मी सुषमा स्वराज बीजेपी के शीर्ष नेताओं में शुमार की जाती हैं. छात्र संगठन एबीवीपी से अपनी राजनीतिक सफर शुरू करने वाली वाली सुषमा स्वराज 1990 में पहली बार सांसद बनीं. इसके बाद से राष्ट्रीय राजनीतिक में तेजी से अपनी पकड़ बनाई और अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर एलके आडवाणी के करीबी नेताओं में गिनी जाने लगी. लोकसभा में विपक्ष में रहते हुए सुषमा स्वराज ने कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए सरकार के सदन से लेकर सड़क तक घेरने का काम किया. जबकि सरकार में रहते हुए विपक्ष के सवालों पर दमदार और तार्किक जवाब देती रही हैं. वे अब हमारे बीच नहीं हैं. सुषमा स्वराज 4 दशकों की सियासत में अमिट छाप छोड़ गईं. आइए जानते हैं उनके व्यक्तिगत और 42 साल लंबे सियासी सफर के बारे में.
Much has been said about how capable a leader and powerful an orator Sushma Swaraj was. The former foreign minister died Tuesday night at the AIIMS hospital in New Delhi after suffering from a cardiac arrest. While the whole of India has been extolling her virtues as an administrator and politician, Sushma Swaraj was just as dedicated to her personal life as she was to her public life. Lets know about her personal and political journey.