रविवार को जयप्रकाश नारायण की जयंती है. लेकिन मौजूदा समय में जब समाजवाद की परिभाषा बदल रही है और आंदोलन के जरिए सत्ता तक पहुंचने का एक नया रास्ता निकाल लिया गया है, बड़ा सवाल यह है कि जेपी याद कैसे किया जाए. उनके पदचिन्हों से या संग्रहालय में सजे उनके लिबास और कप-प्लेट से.
special tribute to jaiprakash narayan