पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हिंदुस्तान आए. जयपुर में विदेश मंत्री के साथ खाना खाया अजमेर की दरगाह पर चादर चढ़ाई और फिर इस्लामाबाद उड़ गए. देश इस इंतज़ार में ही रह गया कि हमें सैनिकों का सिर कलम किए जाने पर जवाब मिलेगा. हम पूछ भी नहीं पाए कि आप आतंक के सौदागरों पर कबतक ख़ामोश रहेंगे. दुख में डूबा देश अब ये सवाल कर रहा है कि गरीबनवाज़ की दरगाह पर आया बादशाह क्या दगाबाज है.