रावण का वास्तविक नाम दसग्रीव था, जो उसे भगवान शिव ने दिया था. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि रावण का जन्म लंका में नहीं बल्कि दिल्ली से सटे गांव विसरख में हुआ था. इस गांव में आज भी रावण का मंदिर है, जहां रावण की पूजा की जाती है. स्थानीय निवासी रावण को अपने पूर्वज पिता की तरह मानते हैं. इसीलिए विसरख में दशहरे पर भी रावण का पुतला नहीं जलाया जाता. तो देखिए रावण के जन्मस्थल विसरख पर विशेष कार्यक्रम.