लाखों लोगों की श्रद्घा के प्रतीक हैं लालबाग के राजा. पिछले 75 सालों से भक्त यहां अपनी मुरादे लेकर आते रहे हैं. इस बार लालबाग के पूरे परिसर को शिवाजी के अभेद्य दुर्ग की तरह तैयार किया जा रहा है.