हमारी थाली से बेशक लापता हो चुकी हो दाल, लेकिन यहां बोरों में भरकर फेंकी पड़ी है दाल. पैरों से रौंदी जा रही ये दाल अब सड़ने लगी है. दाल की बदबू से बचने के लिए लोग नाक दबाकर यहां से गुजरते हैं.