प्रेस से बात करने की पाबंदी के बावजूद राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा कि बिहारी नेताओं की तरह मराठी नेताओं को भी साथ मिल जाना चाहिए.