कई राज्यों में टिड्डियों के हमले से संकट बढ़ने लगा है. जहां-जहां टिड्डियों का झुंड जा रहा है, वहां बर्बादी की तस्वीरें दिख रही हैं. भारत से करीब 5000 किलोमीटर दूर पूर्वी अफ्रीका है टिड्डियों के आतंक का गढ़. इथोपिया, केन्या, सोमालिया, जिबूती और उगांडा जैसे देशों में बारिश के मौसम में प्रजनन के बाद इसकी संख्या इतनी बढ़ जाती है कि टिड्डियों का ये दल ईरान, सऊदी अरब, पाकिस्तान, अफगानिस्तान की तरफ रुख करने लगता है. अगर ईरान और पाकिस्तान में ही इन टिड्डियों को खत्म कर दिया जाए तो भारत में इसकी एंट्री ही नहीं हो पाएगी. लेकिन पाकिस्तान की लापरवाही का खामियाजा हिंदुस्तान को भुगतना पड़ता है.