26/11 के गुनाह के लिए कसाब को सजा-ए-मौत दे दी गई है. लेकिन इस मामले का भी कानूनी पेंचीदगियों में फंसने का डर है. कहीं कसाब का पूरा मामला अफजल गुरू की तरह ही ना हो जाए. विशेष रिपोर्ट.