21 दिनों बाद जब कन्हैया कुमार जेल से वापस जेएनयू वापस लौटे तो छात्रों का जोश और उत्साह चरम पर था. ऐसे में कन्हैया ने छात्रों को संबोधित किया तो तालियों की गूंज दूर-दूर तक उठी. अपने संबोधन में उन्होंने ना पीएम मोदी को बख्शा और ना ही आरएसएस को.