मोरार जी देसाई, चरण सिंह, चंद्रशेखर जैसे लोग तो येन-केन प्रकारेण प्रधानमंत्री बन गए थे. इस लालकिले ने मोरार जी और चरण सिंह को झंडा लहराते भी देखा. लेकिन 1991 में इस लाल किले के प्राचीर पर एक ऐसा प्रधानमंत्री आया, जो शुद्ध किस्मत की देन था, नाम था नरसिम्हा राव.