वो कैसे लोग हैं जो बच्चों पर भी तरस नहीं खाते और बच्चों को अपनी बेरहमी का, हैवानियत का शिकार बनाते हैं. मुंबई से सटे ठाणे की 13 साल की एक मासूम 13 ज़ख्मों के दर्द से बिलख रही है. सिर्फ इसलिए कि उसकी मां ने पढ़ने के लिए उसे मुंबई की एक टीचर के घर छोड़ दिया.