ईरान को लेकर यूपीए सरकार घरेलू मोर्चे पर एक बार फिर घिर सकती है क्योंकि भारत ने एक बार फिर आईएईए में ईरान के खिलाफ वोट किया है. भारत ने ईरान के खिलाफ आईएईए के उस प्रस्ताव का समर्थन किया जिसमें ईरान से अपने नए परमाणु संयत्र पर फौरन काम बंद करने को कहा गया है.