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कवि बेबाक जौनपुरी ने सुनाया- ये तिरंगा ही तो अपनी पहचान है...

कवि बेबाक जौनपुरी ने सुनाया- ये तिरंगा ही तो अपनी पहचान है...

आजादी के 70 साल का उत्सव मनाने के लिए 'आज तक' ने लालकिले पर कवियों के महासम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें कई मशहूर कवियों का जमावड़ा लगा. इस मौके पर कवि बेबाक जौनपुरी ने अपनी कविताओं से दर्शकों का मन मोह लिया. उन्होंने अपनी कविता 'ये तिरंगा ही तो अपनी पहचान है...मेरे भारत की लहराती मुस्कान है...जान से प्यारा तिरंगा हमें...ये तिरंगा मेरे देश की आन है' पेश की.

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