अगर सामने जीने की मजबूरी हो तो जान को भी जोखिम में डालना पड़ता है. नैनीताल में एक उफनती नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है, लेकिन हजारों लोगों के सामने अपने आपको दुनिया से जोड़े रखने के लिए इसका इस्तेमाल करने के अलावा कोई चारा नहीं है, चाहे वो स्कूली बच्चे की क्यों न हों.