चोरी और सीनाजोरी तो आपने सुना है, लेकिन चोरी और फिर ईमानदारी, ये बात आपको हैरान कर सकती है. मध्यप्रदेश में कटनी का एक चोर ईमानदारी की कसमें खाता है, सेठ के बच्चों को दुआएं देता है, मजबूरी गिनाता है और कहता है- देखो सारा माल नहीं उड़ाया, मैं ईमानदार हूं ना.