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2014 की जुबानी जंग में हंसी की फुलझड़ियां

2014 की जुबानी जंग में हंसी की फुलझड़ियां

पृथ्वी का एक और चक्कर पूरा हो गया. नए साल के आने और पुराने साल के जाने दौरान कई ऐसी बातें याद आती हैं जिन्हें याद कर हम भी चक्कर खाने लगते हैं. हमारे पास एक से एक नेता हैं जिन्होंने इस साल अपने बयानों-हरकतों से खूब हंसाया. देखिए यह पेशकश, आप भी कहेंगे कि 'कॉमेडी नाइट्स विद नेताजी' ठहाके लगाने की गारंटी है.

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