पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने आजतक से ख़ास बातचीत में जम्मू कश्मीर में संघर्ष विराम की बात पूरी तरह नकार दी. उनका कहना है कि सीजफायर दो मुल्कों के बीच में होता है न कि आतंकियों और सेना के बीच में. सीजफायर भारत और पाकिस्तान के बीच 2002 और 2003 में हुआ था. उस वक्त दो प्रधानमंत्रियों के बीच में बातचीत होने के बाद जो डीजीएमओ ने तय किया था, वह सीजफायर था.