महाराष्ट्र में हुई दलित हिंसा के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद – गुजरात के कांग्रेस समर्थित विधायक जिग्नेश मेवाणी आज पहली बार मीडिया के सामने आए. दिल्ली के प्रेस क्लब में मेवाणी ने प्रेस कांफ्रेंस की और महाराष्ट्र की हिंसा के मामले में अपनी सफाई दी. मेवाणी ने कहा कि उन पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं और वो दलितों की लड़ाई सड़कों पर ऐसे ही ल़डते रहेंगे. मेवाणी का दावा है कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही जिससे हिंसा भड़के और कोरेगांव तो वो गए ही नहीं. मेवाणी ने सिर्फ बीजेपी पर ही नहीं, सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधा है. और पीएम से भीमा कोरेगांव मामले पर चुप्पी तोड़ने की मांग की है. मेवाणी ने अपनी अगली रैली का ऐलान भी कर दिया और पीएम के दरवाज़े मनु स्मृति और संविधान की कॉपी ले कर जाने की चुनौती भी दे दी.