वनवास झेलने के बाद चौटाला एनडीए के साथ लौट आए हैं. इसे एनडीए का चुनावी शंखनाद माना जा रहा है. सोनीपत में एनडीए ने शक्ति प्रदर्शन किया, मगर ना तो नीतीश कुमार पहुंचे ना शिवसेना के नेता. कहीं यह महाभारत से पहले हीं पांडवों में पड़ गई फूट तो नहीं.