समाज में आम इंसानों की और गुनहगारों की अपनी जगह होती है. आमतौर पर गुनहगारों को सलाखों के पीछे यानी जेल में रखा जाता है. लेकिन जब जेल के अंदर और बाहर हर जगह गुनाह और गुनहगारों का ही राज हो तब क्या हो? राजधानी दिल्ली की हालत कुछ ऐसी ही है. जेल में गैंगवार और जेल के बाहर खुलेआम कत्ल हुआ.