जिंदगी के हर मोड़ को अटल जी ने कविता में ढाला और उनकी कविता ने हर उस क्षण को अमर कर दिया जो शायद उस कविता के बिना भुला दिया जाता. कुछ शख्स ऐसे होते हैं जिनका महिमा मंडन करते हुए शब्द कम पड़ जाते हैं, वाणी मौन हो जाती है. लेकिन अटल जी के अथाह समुद्र जैसे जीवन के इन अंतिम क्षणों को आज हम किस्सा आजतक पर समेटने की कोशिश कर रहे हैं.