समलैंगिक संबंधों को अपराध ठहराने वाले धारा 377 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने निराशा जताई, इसके बाद राहुल गांधी ने भी कहा कि वे दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के पक्ष में हैं.