अन्ना हजारे की सहयोगी किरण बेदी ने रविवार को केजरीवाल के समर्थन में प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और नितिन गडकरी के घर के घेराव में भाग नहीं लिया. किरण बेदी का साफ-साफ कहना है कि अब आंदोलन दो हिस्सों में बंट चुका है, एक हिस्सा राजनीतिक पार्टी के रूप में सामने आएगा, लेकिन दूसरा हिस्सा अभी भी नेतृत्व को लेकर असमंजस में है.