एक के बाद एक सामने आते घोटालों से इमेज सुधारने की टेंशन, विकास की रफ्तार बढ़ाने की टेंशन, महंगाई पर काबू पाने की टेंशन और इन सबका आखिरी इलाज, नई टीम. यूपीए-2 ने अपनी तमाम पुरानी चिंताओं से मुक्ति पाने के लिए कैबिनेट का चेहरा काफी हद तक बदल दिया है. क्या नए चेहरों से कोई चमत्कार होगा.