मेहनत से इंसान बदल सकता है अपना मुकद्दर. हरिद्वार की सोमा शरण ने अपनी लगन से ये साबित कर दिया है. कभी मंदिर की सीढ़ियों पर मरने के लिए छोड़ दी गई सोमा को जो कामयाबी हासिल हुई है वो लाखों में एक को मिलता है.