जिस सीडी के दम पर टीम अन्ना के सदस्य शांति भूषण और प्रशांत भूषण पर दाग़ लगाने की कोशिश की गई. वो सीडी फ़र्ज़ी निकली. हालांकि दिल्ली की फ़ोरेंसिक लैब और दिल्ली पुलिस की सीईआरटी लैब इस सीडी को ओरिजनल बता चुके हैं लेकिन चंडीगढ़ लैब की रिपोर्ट कई सवाल खड़े कर रही है.