पाकिस्तान में चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार सिर्फ सत्ता का मुखौटा भर है. असली ताकत तो अब भी फौज के हाथ में है और वो हाथ आतंकवाद को शह देने में लगा है. अमेरिका में प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा है कि पाकिस्तान में किसकी सत्ता है ये तय कर पाना मुश्किल है.