इंडिया टुड कॉन्क्लेव 2011 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विकिलीक्स द्वारा जारी राजनयिक दस्तावेज की सचाई पर संदेह प्रकट करते हुए जोर देकर कहा कि उन्होंने कि किसी को वोट खरीदने का काम नहीं सौंपा और न ही वह ऐसी किसी सौदेबाजी का हिस्सा रहे.