पिछले 5 दिन से सरकार में जैसी उथल-पुथल मची हुई है उसे देखते हुए सरकार के सामने दो रास्ते हैं, या तो वो ममता का समर्थन लौटा दे, या फिर उसकी बात मान ले. अब सरकार को कोई ऐसा दिखाई नहीं दे रहा जो यूपीए को बचा ले, ऐसे में ममता जैसे कह रही हैं, सरकार वही कर रही है.