जिंदगी और मौत के बीच उतने ही वक्त का फासला था, जितना वक्त पलक झपकाने में लगता है. कहानी दिल्ली की है, जहां 4 बच्चे बेहद खतरनाक रेस लगा रहे थे, इनमें से 3 खुशकिस्मत रहे कि मौत की पटरी से कूद गए, लेकिन चौथा जिंदगी की रेस हार गया.