एक बार फिर अन्ना और देश के साथ धोखे की कहानी गढ़े जाने का इशारा मिल रहा है. तीन महीने पहले अन्ना को सेंस ऑफ हाउस के जरिए जो वादे किए गए थे उन पर सरकार पलटती दिख रही है. लोकपाल के ड्राफ्ट के लिए बनी स्टैंडिंग कमिटी ने 24 घंटे में दूसरी बार यू टर्न लेते हुए ग्रुप सी के कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे से बाहर रखने का फैसला किया है.