बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी की ज़ुबान के साथ ही अब उनकी कुर्सी भी फिसलने लगी है. अपने ही घर में पूरी तरह से घिर गए हैं नितिन गडकरी. संघ की तरफ से दोबारा ताजपोशी का जो तोहफा गडकरी की तरफ बढ़ रहा था, अब वो उनके हाथ से छूटता हुआ नज़र आ रहा है. गडकरी ने हल्की ज़ुबान से विवेकानंद की तुलना दाऊद से तो कर दी, लेकिन अब पार्टी उन्हें अध्य़क्ष पद के तराजू में तौल रही है.