अब देश के सबसे बड़े केस के फैसले में कोई रुकावट नहीं होगी. देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी मान लिया है कि अयोध्या का मामला अब समझौते से नहीं, बल्कि कोर्ट के फैसले से ही निपट सकता है. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के फैसले पर रोक के लिए दी गई रमेश चंद्र त्रिपाठी की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने भी खारिज कर दिया.